UN के मंच पर भारत की AI क्रांति: BJD सांसद ने दुनिया के सामने रखा मॉडल, एआई समिट 2026 के लिए विश्व को न्योता

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राज्यसभा सांसद सस्मित पात्रा ने मंगलवार को जिनेवा में अंतर-संसदीय संघ की 151वीं सभा में भारतीय संसद की कार्यवाही को सुगम बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग और भारत एआई प्रभाव शिखर सम्मेलन 2026 के बारे में जानकारी दी।

भारतीय संसद में AI का इस्तेमाल

राज्यसभा सांसद सस्मित पात्र ने भारतीय संसद में एआई के प्रयोग को लेकर विश्व नेताओं के सामने भारत की पहल रखी। उन्होंने बताया कि भारत की संसद ने एआई तकनीक का उपयोग पारदर्शिता, संवाद और सहभागी लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए किया है, साथ ही उन्होंने दुनिया भर के देशों को भारत में होने वाले एआई प्रभाव शिखर सम्मेलन 2026 के लिए निमंत्रण भी दिया।

बहस का रियल-टाइम विश्लेषण

उन्होंने बताया कि भारतीय संसद ने अपनी संसदीय प्रक्रियाओं में एआई जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग किया है। लोकसभा ने बहसों का वास्तविक समय विश्लेषण प्रदान करने और चर्चाओं के दौरान सांसदों को प्रासंगिक जानकारी प्रदान करने के लिए एक एआई-आधारित प्रणाली लागू की है।

#WATCH | At the Special Accountability segment of the UN General Debate, BJD MP Sasmit Patra said, “…Parliament of India plays a pivotal role in shaping, scrutinising and advancing the national agenda on climate action and sustainable development. Landmark legislation such as… pic.twitter.com/fia2NDl5Ec

— ANI (@ANI) October 22, 2025

स्विट्जरलैंड के जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बहस के विशेष जवाबदेही खंड को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद ने कहा कि एजेंडा पत्र अब प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण पर आधारित मशीन अनुवाद का उपयोग करके कई क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसी के साथ पात्रा ने पर्यावरण संरक्षण अधिनियम और ऊर्जा संरक्षण संशोधन अधिनियम जैसे कानूनों का हवाला देते हुए जलवायु कार्रवाई के लिए भारत के मजबूत कानूनी ढांचे पर प्रकाश डाला।

जलवायु परिवर्तन और सतत विकास पर भारत की भूमिका

उन्होंने कहा, “भारत की संसद जलवायु कार्रवाई और सतत विकास पर राष्ट्रीय एजेंडे को आकार देने, उसकी जांच करने और उसे आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, जैव विविधता अधिनियम और ऊर्जा संरक्षण संशोधन अधिनियम जैसे ऐतिहासिक कानून, भारत की जलवायु कार्रवाई और सतत विकास नीतियों के लिए एक मजबूत कानूनी आधार प्रदान करते हैं।”

भारत की अगुवाई में वैश्विक पहल

पात्रा ने भारत के आगामी एआई इम्पैक्ट समिट 2026 में वैश्विक भागीदारी का आह्वान किया। पात्र ने अपने संबोधन में कहा कि भारत आने वाले वर्ष फरवरी 2026 में “एआई इम्पैक्ट समिट 2026” आयोजित करने जा रहा है। यह सम्मेलन 19 से 20 फरवरी 2026 को नई दिल्ली में होगा, जिसमें दुनिया भर के नेता, नीति निर्माता, उद्योग विशेषज्ञ और इनोवेटर शामिल होंगे।