“धनतेरस पर खरीदना चाहते थे जेवर, लेकिन…,” सोना चमका, लेकिन चेहरे मुरझाए

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Gold Price High Wedding Season Dehradun : नैनीताल की लीला बताती हैं कि इस महीने उनकी छोटी बहन की शादी है. बाजार में शॉपिंग करने आए हैं, लेकिन यहां जरूरत का सामना भी बहुत महंगा है. सोने की कीमतों में तो आग लगी हुई है.

देहरादून. भारत में शादियों का सीजन यानी खुशियों, उत्सव और अपार खरीदारी का वक्त माना जाता है, लेकिन इस साल सोने के आसमान छूते दामों ने ट्रेडिशनल ‘गोल्डन’ वेडिंग के बजट को बुरी तरह से बिगाड़ दिया है. सोना, जो भारतीय संस्कृति में शुभता, सुरक्षा और निवेश का प्रतीक माना जाता है, अब आम आदमी, खासकर मध्यम वर्ग की पहुंच से तेजी से दूर होता नजर आ रहा है. सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी ने वेडिंग सीजन की रौनक को बेहद फीका कर दिया है और आम आदमी पर महंगाई की दोहरी मार पड़ रही है. देहरादून निवासी प्रीति बताती हैं कि इन दिनों फेस्टिवल सीजन चल रहा है. शादी-विवाह के दिन भी चल रहे हैं, ऐसे में लोग दुल्हन के लिए गहने खरीदते हैं. इन दिनों उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के धामावाला बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत 1 लाख 32 हजार रुपये के आसपास पहुंच गई है. ऐसे में शादी वाले घरों में उनके लिए गहने बनाना महंगा हो रहा है.

महाविस्फोट से रौनक फीकी

प्रीति के अनुसार, सोने के भाव बढ़ने से आम आदमी पर महंगाई की मार पड़ रही है. धनतेरस पर सोने-चांदी के जेवर खरीदना चाह रहे थे, लेकिन जिस तरह दाम एकदम महंगे हो गए हैं, अब लगता नहीं है कि सोने की कोई चीज खरीदी जा सकेगी. यही वजह है कि अब लोग सोने से हटकर चांदी की ओर जा रहे हैं और आर्टिफिशियल ज्वेलरी ज्यादा खरीद रहे हैं, लेकिन जिनके घर में शादी होनी है उनके लिए मुश्किल है. पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतों में अचानक उछाल देखने को मिला है. एक ओर जहां अंतरराष्ट्रीय बाजार में भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की लगातार खरीदारी ने वैश्विक कीमतों में इज़ाफ़ा किया है, घरेलू बाजार में त्योहारी और वेडिंग सीजन की मांग ने इस उछाल को कई गुना बढ़ा दिया है. सोने के दामों में हुए ‘महाविस्फोट’ से देहरादून के धामावाला बाजार की रौनक भी फीकी पड़ गई है.

इन घरों में बढ़ी टेंशन

लीला बताती हैं कि उनके घर में इस महीने छोटी बहन की शादी है. वे लोग बाजार में शॉपिंग करने के लिए निकल रहे हैं, जरूरत का सामना भी बहुत महंगा है. सोने की कीमतों में बेतहाशा इजाफा का सबसे बड़ा खामियाजा मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के परिवारों को भुगतना पड़ रहा है, जिनके यहां इस सीजन में शादियां हैं. पारंपरिक रूप से इंडियन वेडिंग में दुल्हन के लिए मंगलसूत्र, चूड़ियां, नथ आदि जैसे सोने के आभूषण चढ़ाने अनिवार्य होते हैं. रिकॉर्ड कीमतों के चलते परिवारों को या तो अपने आभूषणों का वजन कम करना पड़ रहा है, या फिर 20, 18 कैरेट जैसे कम कैरेट के आभूषण खरीदने पड़ रहे हैं. कई परिवार अब पुराने गहनों को एक्सचेंज कराने या हल्के डिजाइन चुनने को मजबूर हैं, जिससे उनकी भावनात्मक और सामाजिक अपेक्षाएं प्रभावित हो रही हैं. ज्वैलरी की दुकानों पर ग्राहकों की आवाजाही कम नजर आ रही है, जिससे छोटे ज्वैलर्स के कारोबार पर भी बुरा असर पड़ा है. कई लोगों ने तो आभूषणों की खरीदारी से ही दूरी बना ली है.

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Priyanshu Gupta

Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu…और पढ़ें

Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu…

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Location :

Dehradun,Uttarakhand

First Published :

October 19, 2025, 20:34 IST

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“धनतेरस पर खरीदना चाहते थे जेवर, लेकिन…,” सोना चमका, लेकिन चेहरे मुरझाए