जयप्रकाश अग्रवाल ने शालीमार बाग में कांग्रेस के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया।

दिल्ली की चांदनी चौक सीट से कांग्रेस के लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार जयप्रकाश अग्रवाल ने शालीमार बाग में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया। कार्यालय उद्दघाटन समारोह पर सैकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा , ” कांग्रेस की असली जान और पहचान कार्यकर्ता ही हैं. मेरी सफलता के पीछे आप सब की अथक मेहनत, कुर्बानी और प्रयास है. मैं आप सब कार्यकर्ताओ का तहे दिल से सम्मान करता हु और आपके साथ और आपके लिए हमेशा खड़ा रहूंगा . मैं आप सब से आग्रह करूंगा कि 12 मई को अवश्य वोट डाले और कांग्रेस को चांदनी चौक मे रिकॉर्ड वोटों से जीत दिलाये. “

श्री अग्रवाल ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ” बीजेपी नेताओं ने पांच साल पहले अच्छे दिनों का वायदा किया था , लेकिन दिल्ली की जनता को अभी तक उन वायदों के पूरा होने और अच्छे दिनों का इंतजार है। 2014 की चुनावी सभा में किए गए वायदों को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जुमलेबाजी करार किया था। अब जनता के पास किस मुंह से वोट मांगने मांगने आ रहे है ? पहले वह 2014 में किए गए अपने वायदों को तो पूरा करे और बाद में नए वायदे करे।
कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा कि बीजेपी सरकार पांच साल पहले किए गए अपने सभी वायदे भूल गई हैं। अब वह फर्जी राष्ट्रवाद और दिखावटी देशप्रेम के आधार पर वोट मांग रही है। बीजेपी नेता चुनावी सभाओं में सेना के नाम पर वोट मागंते घूम रहे हैं।70 सालों में आज तक किसी सरकार ने देश की सेना के नाम पर वोट नहीं मांगे। जनता बीजेपी सरकार का सारा ढोंग समझती है। अगर बीजेपी सरकार ने पांच साल में कुछ काम किया होता और कारोबारियों, आम आदमी और गरीब वर्गों की समस्याओं का हल किया होता तो उसे सेना के नाम पर वोट मांगने की जरूरत नहीं पड़ती।
बीजेपी सरकार के पांच साल के कार्यकाल में जनता नोटबंदी, जीएसटी और सीलिंग से बहुत परेशान रही, लेकिन बीजेपी सरकार के नेताओं को जनता की समस्याओं से कोई फर्क नहीं पड़ा। उन्हें तो जनता को बरगलाकर वोट बटोरना आता है, इसलिए जनता को अब सोच समझ कर वोट देना चाहिए ताकि अगले पांच साल तक परेशानी का सामना ना करना पड़े ।
जयप्रकाश ने अपने ही अंदाज में बोलते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को यह बताना चाहिए कि उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए क्या कदम उठाए? दिल्ली में जब दुकानों की सीलिंग हो रही थी तो केजरीवाल कारोबारियों की मदद करने के लिए आगे क्यों नहीं आए? बीजेपी सरकार के कार्यकाल में हुई सीलिंग से व्यापारियों को अपने घर का खर्चा चलाना मुहाल हो गया। उनकी दुकानें बंद हो गई। जयप्रकाश ने यह भी कहा कि 2006 में भी सीलिंग की स्थिति आई थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने मात्र 15 दिन में दिल्ली की जनता को सीलिंग से राहत दिलाई । इसलिए वोट देने से पहले सोच-विचार जरूर करें और दिल और दिमाग को खुला रखें। अगर कोई गलती हुई तो उन्हें अगले 5 साल तक फिर भुगतना होगा। जिस सरकार ने पांच साल तक कारोबारियों, आम आदमी और गरीबों को इतना परेशान किया। दिल्ली की जनता अब उन्हें कतई वोट नहीं देगी। निवर्तमान सांसद ने कैबिनेट में आम जनता की परेशानियों पर अपना मुंह सिलकर रखा। कैबिनेट मीटिंग में उनकी आवाज ही नहीं निकलती है। वह तो बस बीजेपी के दिग्गज नेताओं की हां में हां मिलाते रहे ।