लव मैटर्स इंडिया और केशव सूरी फाउंडेशन ने मिल के एक मीडिया वर्कशॉप का आयोजन किया. इस वर्कशॉप में जमीन से जुड़े हुए पत्रकारों से LGBTQ मुद्दों के बारे में बात चीत की और LGBTQ समुदाय को सही नज़र से दर्शाने को और उन मुद्दों पर ज़्यादा से ज़्यादा पत्रकारिता करने को बढ़ावा दिया.

वर्कशॉप में ये पत्रकारों को उनकी समाज के प्रति ज़िम्मेदारी को याद दिलाया गया और उन्हें इस बात से अवगत कराया गया की पत्रकार उन लोगो की आवाज़ हैं जिनको समाज सुन्ना नहीं चाहता. इसी कारण, पत्रकार ही इस समाज को चौथा स्तम्भ हैं. वर्कशॉप में आये पत्रकारों ने खुले मन से सभी की बात सुनी और LGBTQ समुदाय को और उनके मुद्दों को समझा. उन्होंने ये वादा किया की वो अपने शहर जा के इन मुद्दों के ऊपर पत्रकारिता करेंगे और समाज में बदलाव लाने की पहल करेंगे.

मनोज कुमार शर्मा (निदेशक , पिआर, गुरु ) ने कहा की , “यह कार्यक्रम काफी अच्छा रहा और समाज में बदलाव लाने का पहल है , ऐसे मुद्दों को उजागर करना और उनपर खुल कर बात करना बेहद ज़रूरी है ताकि समाज की मानसिकता बदले और वह इस तरह के संवेदनशील मुद्दों को समझ पायें.”

यह वर्कशॉप लव मैटर्स इंडिया के प्रेस4चेंज प्रोजेक्ट का पहला कार्यक्रम था. प्रेस4चेंज प्रोजेक्ट प्रेस के विभिन्न अंगो के साथ काम करने का उद्देश्य रखता है ताकि प्रेस के साथ मिल कर समाज में LGBTQ समुदाय को सही तरीके से देखने, समझने और उन्हें अपनाने की पहल हो सके. ऋचा वशिस्ठ वर्कशॉप की ट्रेनर रही और उन्हें बहुत से मिथको की बात की जो समुदाय से जुड़े रहते हैं. साथ ही साथ उन्होंने LGBTQ मुद्दों की रिपोर्टिंग को ले कर भी लम्बी चर्चा की.

प्रेस4चेंज प्रोजेक्ट और इस वर्कशॉप को लव मैटर्स की एक रिपोर्ट के ऊपर आधारित किया गया था. इस रिपोर्ट में यह पाया गया था की SRHR और LGBTQ के मुद्दों को लेकर बहुत ही काम न्यूज़ सामने आती है. इसी को बढ़ावा देने के लिए इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई.

वीथिका यादव, जो की कंट्री हेड हैं लव मैटर्स की, उन्होंने कहा, “मैं शुक्रगुज़ार हूँ सभी पत्रकारों का जो इतनी दूर से दिल्ली आये और हमारे साथ इतने खुले मन के साथ बातचीत की. मैं समझती हूँ की उनके खुद के शहरो में आज भी ‘सेक्स’ शब्द को गन्दा माना जाता है. लेकिन फिर भी सभी पत्रकारों ने अपनी ज़िम्मेदारी को समझा और हमारे साथ जुड़े ताकि वो अपने शहरों में भी अपनी पत्रकारिता के ज़रिये निरपेक्ष बात चीत शुरू कर सके. हमें गर्व हैं की हम इस सफर में उनके साथी बन सके.”

सभी बाहर से आये हुए पत्रकार ललित होटल, दिल्ली में रुके और ललित ग्रुप हॉस्पिटैलिटी पार्टनर रहा. साथ ही, केशव सूरी फाउंडेशन ने पत्रकारों को इट गेट्स बेटर प्रोजेक्ट के बारे में भी बताया और साथ जुड़ने की अपील की.

केशव सूरी फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष केशव सूरी ने कहा, “मैं यह मानता हूँ की हाल ही में बड़े शहरों में LGBTQ मुद्दों पर काफी बात चीत हुई हैं. हांलाकि, असली बदलाव तभी आएगा जब भारत के सभी पत्रकार इस बारे में एक जुट हो कर बात करेंगे और सामाज में उनके मुद्दों को सामने लेके आएंगे. हमारी पूरी टीम इस बात से बेहद संतुष्ट है की हम इस बदलाव की पहल में हिस्सेदार हैं.”

प्रेस4चेंज आने वाले साल में और भी कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है और प्रेस के विभिन्न अंगो जैसे कॉलेजेस, अख़बार, चैनल्स, प्रेस क्लब आदि को जुड़ने के लिए आमंत्रित कर रहा है.

लव मैटर्स एक ग्लोबल मल्टी मीडिया इनीशिएटिव है, जिसमें नौजवानों को प्यार, सेक्स और रिलेशनशिप के संबंध में अपपने विचार रखने के लिए प्रेरित किया जाता है। इसकी मौजूदगी दुनिया के 5 देशों, भारत, केन्या, चीन, लेटिन अमेरिका (मैक्सिको और वेनेजुएला) और मिस्र में हैं। लव मैटर का मानना है कि लव, सेक्स और रिलेशनशिप एक अधिकार, पसंद और उल्लास का सवाल होना चाहिए। इसे संभव बनाने के लिए इस संवेदनशील मुद्दे से संबंधित जानकारी उचित ढंग से लोगों को देनी चाहिए।

केशव सूरी फाउंडेशन एक भेदभाव रहित प्लेटफॉर्म बना रहा है, जिसमें कम्युनिटी के सदस्य अपनी कहानियों और भावनात्मक और मानसिक दर्द, पीड़ा को अभिव्यक्ति दे सके। हम एलजीबीटीक्यू समुदाय को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर उन्हें गले लगाने, सशक्त करने और समाज की मुख्यधारा में लाने के मिशन पर हैं। इसके अतिरिक्त दफ्तरों को भी इस मुद्दे पर संवेदनशील बनाने के प्रयास करने चाहिए, जिससे जीवन में विविधता का सब लोग आदर कर सके। दफ्तरों में एलजीबीटीक्यू समुदाय के साथ कोई भेदभाव न हो और उन्हें सभी तरह का लाभ मिल सके।